Description
एम्पायर ईडीडीएचए एफई 6% (Empire EDDHA FE 6%) हे एक चेलेटेड लोह खत आहे. ईडी्डीएचए (EDDHA) चा वापर लोह (Fe) चेलेशनसाठी केला जातो, ज्यामुळे ते जास्त pH (अल्कधर्मी) आणि चुनखडीयुक्त जमिनीतही पिकांना सहज उपलब्ध होते. हे खत लोह कमतरतेमुळे होणारी पाने पिवळी पडणे (क्लोरोसिस) ही समस्या दूर करण्यासाठी अत्यंत प्रभावी आहे.
शेतीत उपयोग:
- लोह कमतरता दूर करते: अल्कधर्मी जमिनीत लोहाची कमतरता ही एक सामान्य समस्या आहे. या खताच्या वापरामुळे ही कमतरता प्रभावीपणे दूर करता येते, ज्यामुळे झाडाची वाढ चांगली होते.
- हिरवीगार पाने: लोह हे क्लोरोफिल तयार करण्यासाठी आवश्यक असते, जे प्रकाशसंश्लेषणासाठी (photosynthesis) महत्त्वपूर्ण आहे. या खतामुळे पानांमधील क्लोरोफिलचे प्रमाण वाढून पाने हिरवीगार आणि निरोगी राहतात.
- उत्पादनात वाढ: लोहाच्या योग्य पुरवठ्यामुळे झाडांची वाढ चांगली होते, ज्यामुळे पीक उत्पादन आणि गुणवत्ता सुधारते.
- वनस्पतींचे आरोग्य: अनेक एन्झाइम्स आणि चयापचय क्रियांमध्ये लोह महत्त्वाचे असते, त्यामुळे ते झाडाच्या एकूण आरोग्यासाठी फायदेशीर ठरते.
वापरण्याच्या पद्धती:
ईडीडीएचए एफई 6% हे पाण्यात पूर्णपणे विरघळणारे खत आहे आणि विविध प्रकारे वापरले जाते.
- जमिनीतून वापर: खत पाण्यात मिसळून मुळांच्या आसपास जमिनीत दिले जाते.
- ठिबक सिंचन (फर्टिगेशन): ठिबक सिंचन प्रणालीद्वारे थेट मुळांच्या क्षेत्रात दिले जाते. कमतरता दूर करण्यासाठी आणि प्रतिबंधात्मक उपायांसाठी ही पद्धत उत्तम आहे.
- ड्रेंचिंग: द्रावण थेट रोपाच्या बुंध्याजवळ ओतले जाते.
- फवारणी: द्रावण तयार करून पानांवर फवारले जाते, ज्यामुळे लोह त्वरित शोषले जाते.
फायदेशीर पिके:
हे खत अनेक पिकांसाठी उपयुक्त आहे, विशेषतः ज्यांना लोहाची कमतरता जाणवते.
- फळे: लिंबूवर्गीय फळे, द्राक्षे, डाळिंब, सफरचंद आणि इतर फळे.
- भाजीपाला: टोमॅटो, मिरची, कोबी, फुलकोबी, भुईमूग.
- फुलझाडे: गुलाब, जाई आणि इतर शोभेची झाडे.
- मुख्य पिके: सोयाबीन, गहू आणि ऊस.
- हायड्रोपोनिक्स: मातीविरहित शेतीत लोहाचा उत्तम स्रोत.
घ्यावयाची काळजी:
- निर्देशांचे पालन: उत्पादकाच्या शिफारशीनुसारच डोस वापरा. जास्त वापर हानीकारक असू शकतो.
- संगतता तपासणी (जार टेस्ट): इतर खते किंवा कीटकनाशकांसोबत मिसळण्यापूर्वी, त्यांची सुसंगतता तपासण्यासाठी “जार टेस्ट” करावी.
- जमिनीचा pH: ईडीडीएचए एफई 6% हे जास्त pH असलेल्या जमिनीत चांगले काम करते. मात्र, नेमक्या कमतरतेसाठी माती परीक्षण करणे योग्य राहील.
- फवारणीची वेळ: जास्त उष्णता आणि प्रखर सूर्यप्रकाशात फवारणी टाळा. सकाळी लवकर किंवा संध्याकाळी फवारणी करणे उत्तम.
- साठवण: उत्पादन थंड आणि कोरड्या जागी ठेवा.
- सुरक्षा उपकरणे: खत हाताळताना आणि वापरताना हातमोजे आणि चष्मा वापरा.
एम्पायर ईडीडीएचए एफई 6% (Empire EDDHA FE 6%) संभवतः एक चेलेटेड आयरन उर्वरक का ब्रांड नाम है। ईडी्डीएचए 6% का मतलब है कि इसमें 6% आयरन (Fe) होता है, जो एथिलीनडायमाइन-एन,एन′-डी(2-हाइड्रॉक्सीफेनिल)एसिटिक एसिड (EDDHA) के साथ चेलेटेड होता है। यह विशेष रूप से उच्च pH (क्षारीय) और कैलकेरियाई मिट्टी में आयरन को अत्यधिक स्थिर और पौधों के लिए उपलब्ध बनाता है। इसका उपयोग आयरन की कमी (क्लोरोसिस) को रोकने और ठीक करने के लिए किया जाता है।
कृषि में उपयोग:
- आयरन क्लोरोसिस को ठीक करता है: इसका उपयोग मुख्य रूप से आयरन की कमी को दूर करने के लिए किया जाता है, जो अल्कलाइन मिट्टी में एक आम समस्या है जहाँ आयरन तो भरपूर होता है, लेकिन पौधों के लिए अनुपलब्ध होता है। इसके लक्षणों में नई पत्तियों का पीला पड़ना शामिल है, जबकि शिराएं हरी रहती हैं।
- क्लोरोफिल को बढ़ाता है: आयरन क्लोरोफिल के उत्पादन के लिए आवश्यक है, जो प्रकाश संश्लेषण के लिए जिम्मेदार हरा वर्णक है। आयरन की कमी को दूर करके, यह क्लोरोफिल की मात्रा को बढ़ाता है, जिससे पत्तियाँ स्वस्थ और हरी होती हैं।
- पौधों की वृद्धि को बढ़ाता है: यह उचित पोषण सुनिश्चित करके जोरदार वृद्धि और जड़ विकास को बढ़ावा देता है, और फसल की पैदावार और गुणवत्ता को बढ़ा सकता है।
- एंजाइम का उत्पादन: कई एंजाइमों और प्रोटीनों के एक घटक के रूप में, आयरन पौधों में चयापचय प्रक्रियाओं की एक विस्तृत श्रृंखला के लिए महत्वपूर्ण है।
उपयोग के तरीके:
ईडीडीएचए एफई 6% अत्यधिक पानी में घुलनशील है और इसे कई तरीकों से लगाया जा सकता है।
- मृदा अनुप्रयोग: उत्पाद को पानी में मिलाकर पौधों की जड़ों के चारों ओर मिट्टी में डाला जाता है, जहाँ से चेलेटेड आयरन धीरे-धीरे अवशोषित होता है।
- ड्रिप सिंचाई (फर्टिगेशन): इसे सीधे जड़ क्षेत्र में नियंत्रित अनुप्रयोग के लिए सिंचाई प्रणाली में मिलाया जा सकता है। यह कमी को ठीक करने और निवारक उपयोग के लिए आदर्श है।
- ड्रेंचिंग: समाधान को सीधे पौधे के आधार के चारों ओर मिट्टी पर डाला जाता है, जिससे जड़ प्रणाली को लक्षित किया जाता है।
- पर्ण स्प्रे: तेज अवशोषण और कमी के लक्षणों को जल्दी ठीक करने के लिए इसे पतला करके पौधे की पत्तियों पर स्प्रे करें।
जिन फसलों को लाभ होता है:
यह उर्वरक कृषि और बागवानी फसलों की एक विस्तृत श्रृंखला के लिए फायदेमंद है, खासकर वे जो आयरन की कमी के प्रति संवेदनशील होते हैं।
- फल: खट्टे फल, अंगूर, अनार, सेब और जामुन।
- सब्जियां: टमाटर, मिर्च और अन्य सब्जियां।
- सजावटी पौधे: गुलाब, चमेली और अन्य सजावटी झाड़ियाँ।
- खेत की फसलें: सोयाबीन, गेहूं और गन्ना।
- हाइड्रोपोनिक्स: यह मिट्टी रहित खेती प्रणालियों के लिए एक आदर्श आयरन स्रोत है।
सावधानियां:
- निर्देशों का पालन करें: अधिक उपयोग से बचने के लिए निर्माता द्वारा अनुशंसित खुराक और उपयोग के तरीकों का कड़ाई से पालन करें, जो हानिकारक हो सकता है।
- जार टेस्ट: यदि अन्य उर्वरकों या कीटनाशकों के साथ मिलाना हो, तो पहले एक संगतता “जार टेस्ट” करना आवश्यक है।
- मिट्टी का pH: ईडीडीएचए Fe विशेष रूप से 7.0 से ऊपर के pH वाली मिट्टी में प्रभावी होता है, जहाँ अन्य आयरन चेलेट जैसे EDTA टूट जाते हैं। हालाँकि, विशिष्ट आयरन की कमी की पुष्टि करने के लिए मिट्टी का परीक्षण कराना सहायक हो सकता है।
- समय: तेज गर्मी या तेज धूप में पर्ण स्प्रे करने से बचें। सुबह जल्दी या शाम का समय सबसे अच्छा होता है।
- भंडारण: अपनी गुणवत्ता बनाए रखने के लिए उत्पाद को सीधी धूप से दूर एक ठंडी, सूखी जगह पर रखें।
- सुरक्षा गियर: उर्वरक का उपयोग करते समय दस्ताने और अन्य सुरक्षा उपकरण पहनें।
Reviews
There are no reviews yet.